Ajay Krishna Vishwesha : फर्ज कीजिए कि आज आपकी नौकरी का आखिरी दिन है कल से दुनिया अलग होगी कोई ऑफिस नहीं कोई सेट शेड्यूल नहीं रिटायरमेंट के दिन शुरू ही हुए थे कि एक रोज आपके पते पर एक सरकारी लिफाफा आता है लिफाफा आप खोलते हैं तो पता चलता है कि आपको एक University का लोकपाल बना दिया गया है
कुछ ऐसा ही हुआ है वाराणसी के पूर्व डिस्ट्रिक्ट जज या कहें 27 दिन पहले रिटायर हुए Judge Ajay Krishna Vishwesha के साथ आपको याद दिला दें वही जज साहब हैं जिन्होंने ज्ञानवापी मस्जिद के व्यास जी तहखाने में हिंदू पक्ष को पूजा करने का अधिकार दिया था वोह भी अपने कार्यकाल के आखिरी दिन इसी के बाद से काशी विश्वनाथ ट्रस्ट ने पूजा अर्चना भी शुरू कर दी थी आज इनका जिक्र इसलिए क्योंकि इन्हें Dr. Shakuntala Misra National Rehabilitation University का पहला लोकपाल बनाया गया है |
आज आपको Judge Ajay Krishna Vishwesha की कहानी बताएंगे 1964 में उत्तराखंड के हरिद्वार में इनका जन्म हुआ शुरुआत से ही पढ़ने में होशियार थे science में graducation की उसके बाद 1900 – 1984 में LLB और फिर 1986 में LLM किया 1990 में उत्तराखंड के कोर्ट द्वार के मुनसिफ कोर्ट से अपने वकाल की सफर की शुरुआत की 1990 से शुरू हुआ सफर 31 जनवरी 2024 तक चला इस बीच वो बुलंद शहर सहारनपुर इलाहाबाद और वाराणसी में बतौर जिला जज रहे | 21 अगस्त 2021 डॉ अजय कुमार विश्वेश की वाराणसी जिला जज के तौर पर तैनाती हुई जज साहब ने ज्ञानवापी केस से जुड़े कई बड़े फैसले दिए ASI सर्वे इन्हीं में से एक था |
Judge Ajay Krishna Vishwesha का नाम सुर्खियों में तब आया जब वाराणसी ज्ञानवापी मस्जिद का फैसला इनके साथ नथी हो गया 31 जनवरी 2024 को उन्होंने ज्ञानवापी मस्जिद के व्याज जी तहखाने में हिंदू पक्ष के पूजा पाठ करने के फैसले पर मोहर लगाई यह उनकी वकालत का आखिरी दिन था सबको लग रहा था अब जज साहब के रिटायरमेंट का दौर शुरू होगा लेकिन 27 फरवरी को आए फरमान ने सारे कयास खत्म कर दिए फरमान योगी सरकार की तरफ से था |
Ajay Krishna Vishwesha को अगले 3 साल के लिए Dr. Shakuntala Misra National Rehabilitation University का लोकपाल नियुक्त किया गया इसके पीछे UGC की गाइडलाइंस का हवाला दिया गया UGC गाइडलाइंस बताते हैं कि यूनिवर्सिटी के छात्रों की शिकायतों को रिजॉल्व करने के लिए लोकपाल नियुक्त किया जाएगा इसमें जुडिशियस के लोगों को प्राथमिकता दी गई इसी के चलते डॉक्टर अजय कुमार विश्वेश को लोकपाल बनाया गया कुछ लोग इसे राजनीतिक चश्मे से देख रहे हैं |
उनका कहना है जज साहब ने सरकार के पक्ष में फैसला दिया इसी के चलते उन्हें सरकार ने तोहफा दिया है अब इसमें सच्चाई कितनी है यह सरकार ही जाने हां अगर तीन साल पीछे लौटे तब भी कुछ ऐसी ही तस्वीर नजर आई थी महीना अप्रैल का और साल था 2021 खबर के रिटायर्ड जज सुरेंद्र कुमार यादव को यूपी का उप लोकायुक्त नियुक्त किया गया है ये वही जज साहब हैं जिन्होंने बाबरी मस्जिद केस में 32 लोगों को clean chit दी थी इस लिस्ट में LK Advani, मुरली मनोहर जोशी उमा भारती जैसे दिग्गज BJP नेता शामिल थे उस वक्त भी सुरेंद्र कुमार यादव को मिली जिम्मेदारी को राजनीतिक रंग दिया गया था यह राजनीति चलती रहेगी बाकी इस खबर पर आपकी राय क्या है हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं |
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